भारत में पहली एटीएम मशीन मुंबई में एचएसबीसी बैंक द्वारा 1987 में स्थापित की गई थी। यह ऐतिहासिक घटना भारत के बैंकिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी, क्योंकि इसने बैंकिंग लेनदेन करने का एक क्रांतिकारी तरीका पेश किया था। भारत में पहली एटीएम मशीन के बारे में “क्या, कहाँ, कब और कैसे” सवालों के जवाब यहां दिए गए हैं:
भारत में पहली एटीएम मशीन कहाँ स्थापित की गई थी?
भारत में पहली एटीएम मशीन मुंबई में स्थापित की गई थी, जो भारत की वित्तीय राजधानी है। यह एचएसबीसी बैंक द्वारा शहर के फोर्ट क्षेत्र में स्थित अपनी मुंबई शाखा में स्थापित किया गया था।
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भारत में पहली एटीएम मशीन कब स्थापित की गई थी?
भारत में पहली एटीएम मशीन 27 अगस्त 1987 को स्थापित की गई थी, जिसने भारत में आधुनिक बैंकिंग के एक नए युग की शुरुआत की।
पहली एटीएम मशीन कैसे काम करती थी?
भारत में पहली एटीएम मशीन उसी सिद्धांत पर काम करती थी जिस तरह दुनिया की कोई भी एटीएम मशीन काम करती है। मशीन में एक कार्ड रीडर था जो ग्राहक के एटीएम कार्ड को पढ़ता था और पिन का उपयोग करके इसे सत्यापित करता था। एक बार ग्राहक की पहचान की पुष्टि हो जाने के बाद, मशीन ने ग्राहक को अपने खाते तक पहुंचने और नकद निकासी, बैलेंस पूछताछ और फंड ट्रांसफर जैसे विभिन्न लेनदेन करने की अनुमति दी।
भारत में पहली एटीएम मशीन की स्थापना ने बैंकिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया, क्योंकि इसने ग्राहकों के लिए बैंकिंग को अधिक सुलभ, सुविधाजनक और समय-कुशल बना दिया। इसने बैंक कर्मचारियों पर बोझ भी कम किया, क्योंकि अब उन्हें नियमित लेनदेन में ग्राहकों की सहायता नहीं करनी पड़ती थी, जिससे उन्हें अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक समय मिल जाता था। पिछले कुछ वर्षों में, एटीएम मशीनों का उपयोग काफी बढ़ गया है और वे आधुनिक बैंकिंग का एक अनिवार्य हिस्सा बन गए हैं।